sachin goel

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लेखनी कहानी -06-Feb-2025

जिंदगी हमकों थकाती बहुत है लेकिन ये सच सिखाती बहुत है

राहें हो आसान चाहे कठिन हो पर हर कदम आज़माती बहुत है

चाहे चलो तुम भले ही संभल कर ठोकर ये जालिम लगाती बहुत है

हज़ारों मिलेंगे जुदा होंगे लाखों साथी सफर में बनाती बहुत है

करके बुलंद हौंसलें तू चला चल बनते पे उँगली उठाती बहुत है

ज़्यादा तू सोचेगा हारेगा सचिन सपने नये नित दिखाती बहुत है

© सचिन गोयल गन्नौर शहर,सोनिपत,हरियाणा Insta@,, Burning_tears_797

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2 Comments

hema mohril

26-Mar-2025 05:06 AM

amazing

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kashish

09-Feb-2025 02:12 AM

👌👌

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